विचार
अपराध, चाहे वह किसी भी प्रकार का हो, न वह स्त्री का होता है और न पुरुष का। उसका कोई लिंग नहीं होता। अपराध केवल अपराध होता है और उसे उसी रूप में देखा जाना चाहिए। बीते दिनों में जो घटनाएं सामने आईं—अतुल सुभाष और सौरभ राजपूत के साथ हुए क्रूर व्यवहार की निंदा जितनी … Read More “अपराध का चेहरा, मर्द या औरत नहीं होता” »
