दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के सबसे बड़े लोकतांत्रिक चुनाव होने जा रहा है। ऐसे में हमारे देश के राजनैतिक दलों के साथ साथ हमारे शत्रु देश भी सक्रीय गए हैं। हाल ही में दुनिया की एक बड़ी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने यह चेतावनी जारी की है कि चीन भारत में होने जा रहे लोक सभा चुनावों (Indian Lok Sabha Election Hack) को प्रभावित करने के प्रयासों में लगा है। और यह खतरा भारत सहित दक्षिण कोरिया और अमेरिका के चुनावों पर भी है। माइक्रोसॉफ्ट इंटेलिजेंस टीम की मानें तो चीन की सरकार द्वारा बैक्ड हैकर्स की टीम, उत्तर कोरिया की मदद से दुनिया भर के महत्वपूर्ण चुनावों को हैक करने के प्रयासों में लगा हुआ है।
हालाँकि ऐसा नहीं है कि चीन प्रत्यक्ष रूप से EVM या कोई डेटाबेस हैक करेगा। इसके बजाय चीन आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और Deep Fake का उपयोग कर के भारत की जनता को गुमराह और भ्रमित करने का प्रयास करेगा ताकि भारत में चीन जिस पार्टी की सरकार चाहता है उस पार्टी की ही सरकार बने।
और चीन के लिए यह करना बहुत मुश्किल नहीं है। चीन के पास लगभग हर भारतीय का डाटा उपलब्ध है और चूँकि भारत में कोई डाटा प्रोटेक्शन कानून नहीं है और न ही इंटरनेट को सेंसर करने की कोई तकनीक उपलब्ध है चीन यह बहुत ही आसानी से कर सकता है।
क्या हैं तरीके?
जिस तेजी से आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और Deep Fake जैसी तकनीकें विकसित हो रही हैं लोगों में इनके प्रति उतनी तेजी से इसके प्रति जागरूकता नहीं हो रही है। लोग अक्सर Deep fake और वास्तविक कंटेट में अंतर नहीं कर पाते और चीन इसी का फायदा उठा सकता है।
चीन किसी पार्टी के खिलाफ लोगों को भड़काने के लिए उस पार्टी के नेता का कोई Deep fake वीडियो बनवाकर सोशल मीडिया पर वायरल करवा सकता है जिससे लोग उस नेता के खिलाफ हो जाएँ।
या फिर जिस तरह ईरान ने UAE में इजराइल के खिलाफ न्यूज़ पत्रकारों जिस पर लोग विश्वास करते हैं उनका Deep fake वीडियो बनाकर कुछ ऐसे झूठे आंकड़े दिखा सकता है जिससे लोग एक खास पार्टी के खिलाफ हो जाएं।
बचाव के क्या तरीके हैं ?
ऐसे दर्जनों तरीके हैं जिससे चुनावों को प्रभावित किया जा सकता है। और यह किसी भी लोकतांत्रिक देश के लिए घातक हो सकता है कि कोई अन्य देश उसके अंदरूनी प्रक्रियाओं को प्रभावित करे। और इसलिए यह अति आवश्यक हो जाता है कि इससे बचने के लिए कुछ कदम उठाये जाएं।
- जागरूकता : इस तरह के बाहरी दखल अंदाजी से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि अधिक से अधिक लोगों को इस तरह की टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट्स को लेकर जागरूक किया जाय। इसके लिए सरकार को कैंपेन चलाना चाहिए साथ ही जो लोग इसके बारे में अवगत हैं वो भी अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स के जरिये और अधिक लोगों को जागरूक करें।
- साइबर सुरक्षा तंत्र : यह जरुरी है कि सरकार एक एजेंसी का गठन करे जो इस प्रकार के कंटेंट पर कड़ी नजर रखे और ऐसा कुछ भी आने के तुरंत बाद इसका जनता के सामने सबूत के साथ खंडन करे ताकि जनता गुमराह होने से बच सके।
- इंटरनेट संचालन कानून : जैसे यूरोपीय यूनियन ने एक कड़ा डाटा प्रोटेक्शन और इंटरनेट से सम्बंधित कानून लाया है उसी तरह भारत में भी यह कानून लाने की आवश्यकता है और इसमें यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि भारतीय इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के डाटा का डेटाबेस किसी शत्रु देश में न हो।




